मेरी नज़र
Thursday, November 30, 2023
ले ज़न्नत भी छोड़ दी मैंने तेरी ख़ातिर
ले ज़न्नत भी छोड़ दी मैंने तेरी ख़ातिर।।
बता कोन-कोन से इम्तिहान से गुज़रना है मुझे।।
No comments:
Post a Comment
Newer Post
Older Post
Home
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
इश्क किया चीज़ है ख़बर न थी हमको
इश्क किया चीज़ है ख़बर न थी हमको अब ग़ालिब तेरे शहर ने जीना सिख़ा दिया
एक गीत की वो आवाज़ जो जब किसी हिन्दुस्तानी के कानो मैं पड़ती है तो उसे बड़ा सुकून देती है
एक गीत की वो आवाज़ जो जब किसी हिन्दुस्तानी के कानो मैं पड़ती है तो उसे बड़ा सुकून देती है भारतीय संगीत की दुनिय...
अपने सजदों के निशां नूर-ए-नजर पर छोड़ दिये मैंने
नज्में १- अपने सजदों के निशां नूर-ए-नजर पर छोड़ दिये मैंने वो दो फूल भी न ला सका मेरी मजार पर २- अफराद(बहुत ज्यादा) नही...
जब कोई ख्याल दिल से टकराता है
जब कोई ख्याल दिल से टकराता है ॥ दिल ना चाह कर भी , खामोश रह जाता है ॥ कोई सब कुछ कहकर , प्यार जताता है॥ कोई कुछ ना कहकर भी , सब बोल जात...
No comments:
Post a Comment