पूर्व विदेशराज्य मंत्री शशि थरुर का विवादों से चोली दामन का साथ रहा है । शशि थरुर यूपीए सरकार में 11 महीने रहे...मंत्री बनने के बाद शशि का ये छठा विवाद है...जिसके बाद उनको विदेश राज्य मंत्री की कुर्सी से हाथ धोना पड़ा ।
1-थरुर का पहला विवाद
शशि थरुर सबसे पहले विवादों में तब आए जब सरकार के खर्च घटाओं अभियान के दौरान वो पांच सितारा होटल में ठहरे हुए थे । जिसके बाद उनकों तुरंत होटल खाली करना पड़ा ।
2-थरुर का दूसरा विवाद
सरकार के खर्च घटाओं अभियान के दौरान मंत्रियों के विमान की लक्जरी क्लास में यात्रा करने पर लगी पाबंधी पर थरुर ने टि्वटर पर इकोनोमी क्लास को कैटल क्लास कहा....
3-थरुर का तीसरा विवाद
थरुर ने कहा लोगों को गांधी जयंती पर छुट्टी मनाने के बजाय काम करना चाहिए..
4-थरुर का चौथा विवाद
थरुर ने सरकार की वीजा नीतियों की सार्वजनिक तौर पर आलोचना की ..उन्होने यहा तक कह डाला कि 26/11 को मुंबई हमले के हमलाबर और हेडली वीजा लेकर नही आए
5-थरुर का पांचवा विवाद
थरुर ने नेहरु की विदेश नीति की सार्वजनिक तौर आलोचना की इसके बाद थरुर कांग्रेस के मीडिया विभाग के अध्यक्ष जनार्दन द्विवेदी ने बकायदा कांग्रेस दफ्तर में बुलाकर पार्टी की नीति समझाई औऱ उन्हे चुप रहने की नसीहत दी
6-थरुर का छटा विवाद
थरुर का छटा विवाद तब सामने आया जब आईपीएल कामिश्नर ललित मोदी ने टि्वटर पर कोच्चि टीम के शेयर धारकों के नाम खोले जिनमें थरुर की महिला मित्र सुनंदा पुष्कर का भी नाम है..मोदी की टूवीट से उठा ये विवाद थरुर को काफ़ी मंहगा पड़ा ...उन्हें अपना मंत्री पद गवाकर अपनी महिला मित्र को फ़ायदा पहुचाने की कीमत चुकानी पड़ी
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